शहर के कोचिंग हब से संचालकों समेत चार हजार से अधिक लोगों की रोजी-रोटी चल रही है। इन्हें दो हजार से 25 हजार रुपये तक मासिक वेतन मिल रहा है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शहर के 300 से अधिक कोचिंग केंद्र पंजीकृत हैं। इनमें सर्वाधिक आईआईटी- जेईई, एआइईईई व यूपीटीयू की तैयारी कराने वाले हैं। भौतिकी, रसायन व गणित विषयों की अलग-अलग कोचिंग हैं। संख्या के हिसाब से दूसरा स्थान है मेडिकल कोचिंग का। जहां यूपी सहित दूसरे प्रदेशों की मेडिकल प्रवेश परीक्षा के साथ विभिन्न विश्वविद्यालयों से संबद्ध मेडिकल पाठ्यक्रम व एम्स आदि की तैयारी कराई जाती है। इन केंद्रों में शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ तमाम कर्मचारियों को रोजगार मिला है। इसके अलावा आईएएस, पीसीएस, एमबीए, एमसीए, आईआईएम, पीजीडीएम सहित अन्य रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के कोचिंग केंद्रों में 5 से 25 लोग कार्यरत हैं। वे लिपिक, एकाउंटेंट, चौकीदार, माली, ड्राइवर, प्रशिक्षक, शिक्षक, आईटी एक्सपर्ट आदि के रूप में काम कर रहे हैं। अनुभव के बाद खोला अलग केंद्र शहर में दो दर्जन से अधिक ऐसे शिक्षक हैं जो कभी इन कोचिंग केंद्रों में पढ़ाते थे। अनुभव बढ़ा तो उन्होंने अलग केंद्र शुरू कर दिया। इसके चलते कोचिंग हब काकादेव से दक्षिण तक पहुंच गया। कुछ केंद्रों की शाखाएं लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी सहित अन्य शहरों में हैं। वहां के लोगों को भी रोजगार मिलने में सुविधा हो रही है।
माल में खरीदारी की समझदारी का रखे ध्यान
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*धीरेन्द्र अस्थाना *
चमचमाती भव्य बहुमंजिली इमारतों की सजी-धजी दुकानों में खरीदारी का
एक अलग अंदाज और आनंद होता है। यहां गृहणियों के लिए ...