कांग्रेस भले ही पीएम पद के लिए अपने युवराज राहुल गांधी को कितना भी प्रोजेक्ट करे लेकिन खुद राहुल के ग्रह उनके पीएम पद के मार्ग पर सबसे बड़े बाधक बन रहे हैं। ज्योतिषी कह रहे हैं कि राहुल की कुंडली में बैठे चंद्र और शनि उनके पीएम पद के सपने को चकनाचूर करने पर तुले हैं। ऐसे में कांग्रेसियों की राहुल के पक्ष में कोशिशें कैसे रंग ला पाएंगी, देखना रोचक होगा। नेतृत्व के तौर पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अपने युवराज राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का अगला उम्मीवार बता रहे हैं। लेकिन राहुल गांधी के सितारे आने वाले चुनाव में विपक्ष में बैठने का आदेश दे रहे हैं। सोनिया भी कुछ खास नहीं कर पाएंगी राहुल का जन्म 19 जून 1970 ई. में 5 बजकर 50 मिनट पर हुआ। इनके जन्म के साथ ही कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों ने इन्हें युवराज के तौर पर देखना शुरू कर दिया। 2 दिसम्बर 1989 को राजीव गांधी की हत्या के बाद से इनकी मां सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी को संभाला है। इस समय भले ही सोनिया विश्व की ताकतवर महिलाओं में से एक हो लेकिन राहुल का भाग्य बदलने में वो भी असमर्थ हैं। सितारे उनके खिलाफ हैं और ग्रह उनसे खफा। वर्तमान यू.पी.ए. सरकार में शामिल मंत्रियों के एक के बाद एक घोटाले में नाम आने से कांग्रेस की छवि खराब हुई है। अस्त चन्द्रमा बन गया विलेन राहुल की कुण्डली में द्वितीयेश चन्द्रमा त्रिक भाव में बैठा है और 2007 से इसकी महादशा चल रही है। वर्तमान में राहुल गांधी चन्द्रमा में गुरू की अन्तर्दशा के प्रभाव में हैं। दसवें भाव का स्वामी गुरू इनकी कुण्डली में वक्री होकर शत्रु राशि में जाकर बैठा हुआ है। इसलिए भागदौर से इन्हें ख्याति तो मिल रही है लेकिन प्रधानमंत्री बनने के लिए इन्हें अभी और भागदौर और अनुभव प्राप्त करना होगा। आने वाला समय शनि का शनि इनकी कुण्डली में भाग्य भाव का स्वामी है और अपने से तीसरे घर में शत्रु भाव में बैठा है। 26 जनवरी 2013 से जून 2014 तक राहुल शनि की अन्तर्दशा के प्रभाव में रहेंगे। इस बीच देश में लोक सभा चुनाव की तैयारी जोरों पर रहेगी। दूसरी तरफ 15 नवम्बर से 2011 से इनकी साढ़ेसाती शुरू हो रही है। इसलिए आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल को काफी मशक्कत करनी होगी। लेकिन परिणाम इन्हें विपक्ष में बैठने का आदेश देगा। विपक्ष में रहकर राहुल राजनीति के गुर सीखेंगे जिनका इन्हें आगे चलकर लाभ मिलेगा। इन दिनों राहुल को स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा |
माल में खरीदारी की समझदारी का रखे ध्यान
-
*धीरेन्द्र अस्थाना *
चमचमाती भव्य बहुमंजिली इमारतों की सजी-धजी दुकानों में खरीदारी का
एक अलग अंदाज और आनंद होता है। यहां गृहणियों के लिए ...
0 comments:
Post a Comment