लखनऊ| अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे डॉक्टरों व छात्रों की पुलिस से हुई झड़प के बाद जमकर लाठीचार्ज व पथराव हुआ। लविवि के न्यू कैंपस व विधान भवन के समक्ष स्थित धरना स्थल पर हुए इन हंगामों के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए। वहीं विधान भवन के समक्ष डॉक्टरों ने जिस तरह महिला सिपाही शिवकुमारी को पीटा व उनसे अभद्रता की उसने डॉक्टरों की प्रतिष्ठा को धूमिल भी कर दिया। विधान भवन के सामने घंटों जाम लगा रहा। बाद में आरएएफ के पहुंचने पर हालात काबू में आ सके।
आयुर्वेदिक व यूनानी डॉक्टरों ने दो दिन पूर्व एलोपैथिक द
वाएं लिखने का अधिकार दिए जाने की मांग को लेकर धरना दिया था। अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार सुबह करीब तीन हजार डॉक्टर धरना स्थल पर इकट्ठा हो गए थे। दोपहर करीब डेढ़ बजे नमाज अदा करने के बाद सैकड़ों डॉक्टर अपनी मांग को लेकर सड़क पर आ गए। विधान भवन के समक्ष पहुंचकर कुछ डॉक्टरों ने हंगामा शुरू कर दिया व एक पुलिसकर्मी से मारपीट कर दी। इस पर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर डॉक्टरों को खदेड़ा। इस बीच कुछ डॉक्टरों ने विधान भवन गेट नंबर एक के पास तैनात महिला सिपाही शिवकुमार से मारपीट व अभद्रता की। इसके बाद घंटों हंगामा चलता रहा। डॉक्टरों ने एसएसआइ हजरतगंज दिनेश सिंह व दारोगा विपिन सिंह के साथ मारपीट कर उन्हें भी घायल कर दिया, जबकि 12 से अधिक डॉक्टर भी गंभीर रूप से चोटिल हुए। इनमें छह डॉक्टरों को सिविल अस्पताल ले जाया गया। इनमें से दो बिना सूचना दिए (लामा) कहीं चले गए। इधर, डॉक्टरों ने सड़क पर करीब 5:30 बजे नमाज पढ़ी। बाद में आरएएफ के पहुंचने पर डॉ
क्टरों को धरना स्थल के भीतर किया गया। एडीएम पूर्वी आरपी सिंह के मुताबिक डॉक्टरों ने शपथ पत्र देकर शांतिपूर्ण ढंग से धरना देने की बात कही थी, लेकिन डॉक्टरों ने धरना स्थल के गेट को धक्का देकर उसकी चेन तोड़ दी व सड़क पर आ गए। विधान भवन की दीवार से भीतर फांदने का प्रयास करने लगे। रोकने पर डॉक्टरों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। जाम लगाकर राहगीरों से भी अभद्रता की। दूसरी ओर सीतापुर रोड स्थित लविवि के न्यू कैंपस में सोमवार को एलएलबी व बीसीए की काउंसिलिंग हो रही थी। तभी करीब 11 बजे कुछ छात्र नेताओं ने पहचान पत्र व जीरो फीस के मुद्दे को लेकर काउंसिलिंग भवन गेट
के पास नारेबाजी की व कुर्सियां तोड़ीं। पुलिस के पहुंचने पर हंगामा कर रहे छात्र भाग निकले, लेकिन करीब एक घंटे बाद करीब 70 छात्र वहां फिर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। इस पर प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य उनसे वार्ता करने पहुंचे, लेकिन छात्रों ने अभद्रता शुरू कर दी। एक पुलिसकर्मी

के हस्तक्षेप करने पर छात्र उससे भिड़ गए। स्थिति बिगड़ती देख प्राक्टर ने छात्रों के हटाने के निर्देश दिए। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। छात्रों ने बचाव में पथराव किया। इसमें छह छात्र, एक पुलिसकर्मी व गार्ड घायल हो गया। वहीं भगदड़ मचने से काउंसिलिंग में आए कई अभिभावक भी घायल हो गए। घायलों को बलरामपुर अस्पताल ले जाया गया। यहां भी छात्रों ने नारेबाजी की। जानकीपुरम पुलिस ने प्राक्टर की ओर से छात्र नेता अजीत यादव उर्फ सोनू, राहुल कुमार, विक्रेश प्रसाद, राहुल सिंह, वसीम अहमद, पिंटू, सूर्य प्रताप, उपेंद्र सिंह व अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
धीरेन्द्र अस्थाना की लाइव रिपोर्ट