लैपटॉप और टेबलेट पाने के लिए विद्यार्थियों में उत्सुकता बढ़ती ही जा रही है। सपा सरकार ने बजट में 500 करोड़ रुपये की भी व्यवस्था की है, लेकिन अब बात है कि सभी उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को चुनाव से पहले किए वादे के अनुसार लाभ मिलेगा या नहीं। इस सबंध में डीआईओएस को भी दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। मुख्यमंत्री ने युवाओं को सबसे ज्यादा तौहफे दिए हैं। चुनावी वादों के अनुसार मुख्यमंत्री ने बजट में भी अपने वादों को पूरा करने का प्रयास किया है। बजट में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट पास करने वाले छात्र- छात्राओं को टेबलेट और लैपटॉप देने के लिए 500 करोड़ की व्यवस्था की गई है। ऐसी स्थिति में यूपी बोर्ड से पास होने वाले सभी छात्र-छात्राओं को टेबलेट और लैपटॉप मिल पाएंगे। अब लैपटॉप और टेबलेट के लिए छात्र-छात्रों में उत्सुकता बनी हुई है। उन्हें इस संबंध में आने वाले आदेश का इंतजार है। यूपी बोर्ड से हाईस्कूल में 28970 और इंटरमीडियट में 20660 परीक्षार्थी पास हुए हैं। चुनाव के दौरान चर्चाएं थी कि 75 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त करने वालों को ही लेपटॉप या टेबलेट मिलेंगे। अगर चर्चाओं को सही माना जाए तो जनपद में ऐसे छात्र-छात्राएं 398 हैं। हाईस्कूल के आकड़े अभी नहीं है। प्रथम स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को चुना जाता है तो इंटरमीडियट के 6250 छात्र- छात्राएं हैं। हाईस्कूल में ग्रेडिंग सिस्टम होने के बाद प्रतिशत निकालना और प्रथम श्रेणी का आंकलन करना कठिन कार्य है। इस संबंध में डीआईओएस सव्रेश कुमार का कहना है कि अभी तक शासन स्तर से दिशा-निर्देश नहीं आए हैं। शासनादेश आने पर कार्य किया जाएगा। अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है। बेरोजगारी भत्ता की तरह न बन जाए खिचड़ी युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की योजना को अंतिम रूप देने में सपा सरकार को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इससे पूर्व बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए नामांकन कराने को लोगों में काफी मारामारी हुई थी। सरकार ने कई बार अपने ही आदेश में संशोधन किया। अंत में स्पष्ट आदेश जारी कर अनेक युवाओं को हताश कर दिया। |
माल में खरीदारी की समझदारी का रखे ध्यान
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*धीरेन्द्र अस्थाना *
चमचमाती भव्य बहुमंजिली इमारतों की सजी-धजी दुकानों में खरीदारी का
एक अलग अंदाज और आनंद होता है। यहां गृहणियों के लिए ...